हिरासत में हाईटेंशन लाइन के तार चोरी करने वाला गिरोह

उज्जैन। ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे हाईटेंशन लाइन कार्य में लगने वाले एल्युमिनियम के तार चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने चार दिनों की तलाश के बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के 5 बदमाशों को गुरूवार दोपहर कोर्ट में पेश 2 दिनों की रिमांड पर लिया गय है। गिरोह के 3 सदस्य फरार है, जिनकी तलाश जारी है।
भाटपचलाना थाना प्रभारी सत्येन्द्रसिंह चौधरी ने बताया कि आंध्रप्रदेश के रहने वाले के.प्रसाद पिता के. जान ने थाने आकर शिकातय दर्ज कराई थी कि के. रामचन्द्र राव कंपनी को म.प्र. विद्युत मंडल मुख्यालय जबलपुर के द्वारा १३२ केवी लाईन डालने का ठेका दिया गया है कंपनी द्वारा बडनगर से बेरछा तक लाईन वायरिंग कार्य किया जा रहा है। ग्राम बालोदा लक्खा -बालोदा फोरन के बीच गावंडी देवसी रास्ते पर वायरिंग की जा रही है। 7 जून की रात अज्ञात बदमाश 9 लाख कीमत के एल्युमिनियम तार के बंडल चुराकर ले गये है। मामले में प्रकरण दर्ज किया गया और साइड मैनेजर से पूरी जानकारी लेने के बाद जांच शुरू की गई और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गये। चार दिनों बाद पता चला कि बालोदा लक्खा बालोदा कोरन से जो तार चोरी गये है वह आज सफेद रंग की बोलेरी लोडिंग पिकअप वाहन धमाना तरफ से रूनिजा होते हुए रतलाम बेचने के लिये जाने वाले है। जिसके ऊपर नीले रंग की तिरपाल ढकी हुई है। तत्काल रुणिजा रोड पर घेराबंदी कर बालाजी मंदिर के आगे पीकअप को रोका गया। जिसमें 2 युवक सवार थे। पूछताछ करने पर उनके नाम शकील निवासी हाट की चौकी रतलाम और अजय मोगिया निवासी धमाना का होना सामने आये। पिकअप की तिरपाल हटाकर देखा तो उसमें पीछे तारों के बंडल भरे थे और तीन युवक बंटी मोगिया, श्यामलाल मोगिया, अजय मोगिया छुपकर बैठे थे। उनके बीच 2 नीले रंग की केन भी रखी हुई थी। जिसमें हाथभट्टी की शराब भरी होना पाई गई। सभी को हिरासत में लिया गया और थाने लाकर पूछताछ की गई। पांचों ने तार चोरी करना स्वीकार कर लिया और बताया कि चोरी में उनके तीन साथी सत्यनारायण मोगिया निवासी ग्राम धमाना, मनोहर पिता करण सिंह निवासी ग्राम खेरवास थाना बदनावर जिला धार और कालु पिता वरदीचंद निवासी ग्राम पिपलोदा पंथ जिला रतलाम भी शामिल थे। तीनों की तलाश करने पर फरार होना सामने आये। थाना प्रभारी के अनुसार हिरासत में आये पांचों आरोपियों को गुरूवार दोपहर कोर्ट में पेश कर 2 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। उनसे बरामद तार की कीमत 9 लाख और वाहन की कीमत 8 लाख रूपये होना सामने आई है। आरोपियों को गिरफ्तार में एसआई प्रतिक यादव (सायबर सेल), एएसआई सुनील परमार, सज्जन सिंह बुंदेला, प्रधान आरक्षक रामनारायण चौहान, राकेश मालवीय, प्रधान आरक्षक राजपाल सायबर सेल, अक्षत कपटोला, नारायण सरा, विजय जाट, हितेश निम्बोला, अशोक चौहान, मनोज वैरागी, राकेश निनामा, राजेश सोयल, नवीन जादम, सैनिक अजयपाल सिंह, कृष्णा धाकड की सराहनीय भूमिका रही।

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